पुलिस मुख्यालय में सैकड़ों डाक मतपत्र कचरे में लावारिस पड़े मिले, हड़कंम

अधिक मतदान के अभियान को बड़ा झटका , लीपापोती करने की कोशिश
भोपाल । (राजेन्द्र के.गुप्ता 98270-70242) पुलिस मुख्यालय में कचरे की तरह पड़े सकड़ों डाक मतपत्र मिलने से हड़कंप मच गया है । डाक मतपत्र पीएचक्यू की पुरानी केंटिन में पड़े मिलने की बात कही जा रही है ।सैकड़ों डाक मतपत्रों के पड़े होने का स्ट्रिंग आपरेशन कर केमरे में केद कर लिया गया है । अब अफसर लीपापोती में लग गये है । हालाँकि ये बहुत गम्भीर लापरवाही है और ज़िम्मेदारों के विरुद्ध कार्यवाही करना ही पड़ेगी ,क्योंकि सैकड़ों मतपत्र का बेकार जाना अधिक मतदान के चुनाव आयोग के प्रयासों को बड़ा धक्का लगा है । इसके पीछे साज़िश की आशंकाए भी व्यक्त की जा रही है । वीडियो में वहा मौजूद लोग इस बात का ज़िक्र कर रहे है ।फ़ोटो वीडियो से लिए गए है ।
पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को दिए गए सैकड़ों डाक मतपत्र लावारिस हालात में पड़े होने की शिकायत के बाद मतपत्र बरामद होने से हडकंम मच गया है ।जिस दिन पोस्टल बैलेट डाले जा रहे थे उस दिन भी पुलिस मुख्यालय पर हंगामा हुआ था। संख्या के हिसाब से व्यवस्था नहीं होने की वजह से मतदान के दौरान पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया था। ईवीएम में गड़बड़ी और स्ट्रांग रूम में सुरक्षा में खामियों पर हल्ले के बीच अब भोपाल में नया खुलासा हुआ है। यहां पुलिस पुलिस मुख्यालय में सैकड़ों खाली डाक मतपत्र लावारिस पड़े मिले है । पुलिस मुख्यालय का ये ऑफिस भोपाल में खटलापुरा मंदिर के पास है। यहां ऑफिस की पुरानी कैंटीन में ये मत पत्र पड़े थे जिन्हें अफसरों ने मामला उजागर होने के बाद अपने क़ब्ज़े में ले लिए है ।मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को मतदान हुआ था। इससे पहले 18 नवंबर से पोस्टल बैलेट डालने का सिलसिला शुरू हुआ था। 4 हज़ार से ज़्यादा पुलिस अधिकारियों-कर्मचारी ने डाक मत पत्र डाले थे। पोस्टल बैलेट 26 नवंबर की शाम तक जमा कराने थे।28 नबंवर को मतदान खत्म होने के  बाद सभी तरह के मतपत्रों को पुरानी जेल में कड़ी सुरक्षा में रखवा दिया गया था। किन्तु मतदान के लगभग हफ़्तेभर बाद अब सैकड़ों डाक मतपत्र पुलिस मुख्यालय की पुरानी कैंटीन में ये पोस्टल बैलेट पड़े मिले।इससे  निर्वाचन की प्रकिया पर बड़ा सवाल उठ गया है। ये अब जांच का विषय है कि इतनी बड़ी मात्रा में ये डाक मतपत्र पुलिस केंटिन में कैसे पहुँचे, क्या कोई बड़ी साज़िश रची गई थी । जिस दिन पोस्टल बैलेट डाले जा रहे थे उस दिन भी पुलिस मुख्यालय पर हंगामा हुआ था। संख्या के हिसाब से व्यवस्था नहीं होने की वजह से मतदान के दौरान पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया था।जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने लाल परेड ग्राउंड के पुलिस जिम में मतदान की व्यवस्था की थी।जिसमें भोपाल में आने वाली सात विधानसभाओं के लिए पोलिंग बूथ बनाया था।इस पोलिंग बूथ के लिए सिर्फ दो गेट थे, जहां से पुलिस कर्मचारियों के आने-जाने की व्यवस्था थी।