(इंदौर) राहुल गांधी पर अपना गोत्र गलत बताने का आरोप 

इंदौर, ९ दिसंबर (ईएमएस)। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व उपाध्यक्ष विष्णुप्रसाद दीक्षित ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपना गोत्र गलत बताने का आरोप लगाया है।
पत्रकारों से चर्चा करते दीक्षित ने कहा कि राहुल अपना गोत्र दत्तात्रेय कोल बता रहे हैं। वो गोत्र की श्रेणी में नहीं आता है। गोत्र शब्द का अर्थ है पूर्वजों से प्राप्त ज्ञान और पीढ़ी दर पीढ़ी आपका परिवार आपके पूरखे। पुत्र के साथ पिता का नाम और वंश गोत्र प्राप्त होना हिंदू धर्म का अभिन्न अंग है। महर्षि जी का जन्म अत्री ऋषि के यहां हुआ था। ब्रम्हाजी ने अपने मानसपुत्र सत्पऋषियों, अत्रि ऋषि, मरीची ऋषि, अंगीरा ऋषि, पुलस्तय ऋषि, पुहल ऋषि, वशिष्ठ ऋषि, ऋतु ऋषि आदि को सृष्टि का विकास कार्य सौंपा। माता अनुसूइया और ऋषि अत्रि के तप से प्रसन्न होकर त्रिदेव उनके आश्रम दर्शन करने आए। उन्हें वर मांगने को कहा। इस पर माता ने स्वयं के यहां जन्म लेने का वर मांगा। त्रिदेव अस्तु कहकर अंर्तध्यान हो गए। कुछ समय पश्चात अत्रि ऋषि के यहां दत्तजी का जन्म हुआ, जो बाद में महर्षि दत्तगुरू, गोरखनाथ, गौनाथ के नाम से आज भी जगत में जागृत हैं। आपने कहा कि महर्षि दत्त का विवाह नहीं हुआ था उनका दत्तात्रेय गोत्र वैâसे आया, यह तो समझना ही होगा।
(उमेश/अर्चना पारखी)