वीआईपी क्षेत्र की कचरा गाड़ी जिसके पास से गुजरने पर आप नाक नही सिकोड़ेंगे, मुँह नही बनाएँगे

भोपाल ।(राजेन्द्र के.गुप्ता 98270-70242) म.प्र.की राजधानी के वीआईपी क्षेत्र की कचरा गाड़ी के पास से गुजरने पर आप बदबू से नाक नही सिकोड़ेंगे , ना ही मुँह बनाएँगे । बल्कि ताजे फूलों की ख़ुशबू को नाक से खींच कर मन को महकाएगे ।
इस खबर के साथ प्रकाशित कचरा गाड़ी का फोटो भोपाल के वीवीआईपी क्षेत्र चार इमली का है ।इस क्षेत्र के एक वीआईपी अफसर के घर से निकला हुआ दीपावली का कचरा जो सिर्फ पुष्प और उनसे बने गुच्छे और बुके का है । इसे देख कर लगा बड़े लोगों का कचरा भी सुंदर होता है । कचरा गाड़ी में लदे ढेरों फूलों और फूलों के गुच्छों को देने के पीछे कोई न कोई कारण जरूर रहा होगा ? वर्ना बाकि बंगलो में भी कोई ना कोई रहता ही है ! कोई मासिक मिलन के लिए व्यवहार निभाने आया होगा ? किसी की कोई फ़ाइल साहब के पास पेंडिंग होगी ? किसी का बिल साहब के पास अटका होगा ? किसी ने यूँ ही साहब से संबंध बनाने के लिए पुष्प गुच्छ दिया होगा ? तो कोई साहब का मातहत होगा ? कोई अच्छी पोस्टिंग के इंतजार में होगा ? कोई साहब से घनिष्ठता बढ़ाने आया होगा ? गुच्छ भेंट कर बंगले के बाहर निकल गहरी साँस लेकर ये भी कहा होगा चलो एक काम निपटा ,हर फूल के गुच्छे को देने के पीछे अपना-अपना स्वार्थ होगा ! हो सकता है अगली कचरा गाड़ी में ड्रायफुड और मिठाइयों के पेकेट निकले….