० मास्क व सेनेटाइजर की मारामारी स्वास्थ्य कर्मियों में रोष
बिलासपुर । कोरोना वायरस की दहशत दुनियाभर में इस कदर फैल गई है लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिये है। वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग घरों में कैदरू हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी ने सोशल डिस्टेंस का पालन करने अपील की है। शासन का सख्त आदेश है कि सभी गैर सरकारी व सरकारी अस्पतालों में भी सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन किया जाये। अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी दूर-दूर बैठाकर काम करने का निर्देश है। लेकिन बिलासपुर के जिला चिकित्सायलय में कोरोना वायरस से किस कदर बेखौफ है, इसका अंदाज तस्वीर को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। जिला अस्पताल में सोशल डिस्टेंस ही नहीं मास्क और सेनेटाइजर की भी बेहद कमी हे। यहां तक कि चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को भी मास्क नहीं मिल पा रहे हैं। वायरस के संक्रमण से बचने कई कर्मचारी स्वंय के व्यय पर मास्क लगाकर दिनचर्या कर रहे है। स्वास्थ्य कर्मियों को आरोप यह भी है कि अधिकारी बेवजह गैर जरूरी कर्मचारियों को कार्यालय बुलाकर बैठाये रखते हैै। इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। इस संबंध में एक जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि अचानक से मास्क और सेनेटाइजर की बढ़ी डिमांड के चलते जिले के मेडिकल स्टोरों से ये वस्तुएं गायब हो गई है। विभागीय स्तर पर मास्क और सेनेटाइजर की डिमांड शासन से की गई है।
कर्मचारियों की जान से खिलवाड नहीं करे अधिकारी – यादव
प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुनील यादव का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढता ही जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त सुविधा मुहैया नहीं कराया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर विभागीय अधिकारी आदेश जारी कर कर्मचारियों को जबरन कार्यालय बुलवा जा रहे है। इससे कर्मचारियों को जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने अधिकारी से तुगलकी फरमान को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए इसकी शिकायत शासन से करने की बात कहीं है।
मनोज/नामदेव
05 अप्रैल 2020
